ब्रह्माण्ड
- की उत्पत्ति महाविस्फोट से हुुई है। bigbang theory बेल्जियम के खगोलशास्त्री ए० बी० जार्ज लेमतेरे ने दिया ब्रह्माण्ड मैं असंख्य मंदाकिनीय galaxies है ।वह मंदाकिनी जिसमें हमारा सूर्य , तथा गृह एवं उपग्रह आदि आते है। आकाशगंगा कहलाती है।
- आकाशगंगा को नग्न आंखों से देखा जा सकता है। एडमिन पी० हब्बल ने (अमेरिका)।1925 ईस्वी में सर्वप्रथम बताया कि आकाशगंगा के अलावा ब्रह्मांड में अन्य मंदाकिनी अभी है।
- आकाशगंगा के निकटतम मंदाकिनी देवयानी मंदाकिनी है। आकाशगंगा का सबसे चमकीला तारा साइरस dogstarहै। प्रॉक्सिमा सेंचुरी हमारे सौरमंडल सबसे नजदीक तारा है जो हमारी। 4.25 प्रकाश वर्ष दूर है।
- सौर मंडल
- सौरमंडल में सूर्य के साथ आठ ग्रह उनके उपग्रह कुछ क्षुद्र ग्रह तथा बड़ी संख्या में घूमकेतु सम्मिलित है।
- सूर्य (sun) सूर्य सौरमंडल के केंद्र में स्थित अत्यधिक गर्म गैसों से बना तरा है इसमें मुख्य रूूप से हाइड्रोजन और हीलियम गैस पाई जाती हैं। हमारी पृथ्वी जैसे 1300 लाख गोले दायरेमें समा सकतेे हैं यह समूचाा सौरमंडल को प्रकाश प्रदान करता है। सूर्य हमारी पृथ्वी से लगभग 15 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित है। 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड की चाल से सूर्य का प्रकाश 8 मिनट 19 सेकंड में सूर्य सेे पृथ्वी पहुंचता है।
- ग्रह Planets जो आकाशीय पिंड अपनेेे तारों केे चारों और निर्धारित कक्षाा में लगााते हैं। उन्हें ग्रह कहते हैं। मैं स्वयं का प्रकाश वह ऊर्जा नहीं होती। यह अपनेे तारे के प्रकाश से ही प्रकाशित होताा है। जैसे हमारी पृथ्वी सूर्य केे चारों ओर चक्कर लगाते हैं। किसी आकाशीय पिंड केेे के ग्रह होने के लिए उनका आकार इतना बड़ााा होना चाहिए।
- बुध mercury: यह सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है। यह अपने दूरी पर 58. 65 दिनों में घूमता है। सूर्य कीी परिक्रमा 88 दिनों में पूरी करता है। इसका कोई उपग्रह नहीं है।यह दिन मैं अत्यंत गर्म तथा रातों बर्फीला होता है। यह सूर्य की परिक्रमा सबसेेे कम समय मैं पूरी करता है।
- शुक्र venus: बढ़ती दूरी के क्रमानुसार सूर्य से शुक्र का स्थान दूसरा है। यह शाम का तारा, भोर का तारा वह पृथ्वी की बहन भी कहलाता है। यह सूर्य की परिक्रमा 225 दिनों में पूरी करता है। यह सभी ग्रहों के विपरीत पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है। यह अपनी धुरी पर धीमी गति से 257 दिनों में घूमता है। यह सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है। क्योंकि इसके वातावरण में 97 प्रतिशत कार्बन डाइऑक्साइड है जो कि एक ग्रीनहउस गैस है।
- पृथ्वी Earth: सूर्य से दूरी के क्रम में पृथ्वी तीसरे स्थान पर है। आकार में है पांचवें स्थान पर है। हमारी पृथ्वी लगभग गोल आकार की है। यह ध्रुवों पर चपटी तथा मध्य में थोड़ी उभरी हुई है इसलिए इसकेआकार को भूआभ कहां जाता है। पृथ्वी को हरितगृह भी कहांं जाता है। पृथ्वी पर जल की अधिकता केे कारण यह है अंतरिक्ष्ष से नीले रंग का दिखाई देता है। इसीलिए इसे नीला ग्रह भी कहा जाता है।
- mars: यह सौरमंडल में सूर्य से चौथे स्थान पर स्थित है। यह लाल ग्रह के नााम से विख्यात है। मंगल के दो उपग्रह है। फोबोस तथा डेमोस है।मंगल ग्रह का सबसे ऊंचा पर्वत निक्सस ओलंपिया है जो एवरेस्ट से 3 गुना ऊंचा है। यह सूर्य की परिक्रमा 687 दिनों में पूरी करता है।
- बृहस्पति jupiter: यह सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह अपनी धुरी पर सिर्फ 9.8 घंटों में घूूम जाता है। यह सूर्य ही परिक्रमा 12 वर्ष में पूरी करताा है।
बृहस्पतिि प एक विशालकाय डब्बा है जो वास्तव में एक तीव्र्र चुंबकीय तूफान है। - शनि saturn: यह आकार में दूसरा बड़ा तथा बृहस्पति से छोटा ग्रह है। यह नग्न आंखों सेेेेेे देखने वाला सबसे दूर का ग्रह है। आकााश में पीले तारे के समान नजर आता है।टाइटन इसका प्रमुख उपग्ररह है। शनि के चारों ओर वलय पाई जाती हैं। यह सूर्य है की परिक्रमा 29 वर्षोंं मे पूूरी करता है। यह सबसे कम घनत्व वाला ग्रह है
- अरुण uranus: यह सूर्य से 7और आकार मैं 2 ग्रह है। इस ग्रह की खोज 1781 ईस्वी में सर विलियम हर्षल ने की थी। यह अन्य ग्रहों केेे विपरीत उत्तर से दक्षििण की घूमता है।इसके चारों ओर 9 धुंधले। वलय rings हैं।
- वरुण neptune: यह सौर परिवार का चौथा बड़ा तथा सूर्य से 8ठवांंं ग्रह है। यह धुंधला हरे रंग का नजर आताा है। क्योंकि इसमें मीथेन के कारण।इसका टाइटन मुख्य उपग्रह है। इसके 5 धुंधली वलय है।
- पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा: हमारी पृथ्वी का एकमात्रर उपग्रह चंद्रमा है। इसका व्यास पृथ्वी केेेेे व्यास का एक चौथाई है। यह सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होताा है। चंद्रमा केेेे इस प्रकाश को चांदनी कहते हैं।पृथ्वी के सर्वाधिक निकट होने के कारण यह रात्रि में आकाश में सबसे बड़ा और चमकीलाााा दिखाई देता है।
- क्षुद्र ग्रह Asteroids
- क्षुद ग्रह Asteroids: मंगल और बृहस्पति ग्रह के मध्य करोड़ों किलोमीटर क्षेत्र में विभिन्न विभिन्न प्रकार के पिंड की पट्टी है।सभी शुद्र ग्रह अन्य ग्रहों की तरह ही सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
- धूमकेतु Comets
- धूमकेतु साधारण छल्ले तारीख के नाम से जाने जाते हैं। क्योंकि इनकी लंबी पूछ हती है। सामान्य तपन छल्ले तारे पुंछ विहीन होते हैं परंतु सूर्य के निकट पहुंचने पर धूमकेतु का ठोस मध्य भाग जलकर गैसों को उत्पन्न करता है जो इस तारे की भूत का निर्माण करती है।कुछ होने की विशेषता के कारण ही इसे कॉमेंट कहा जाता है जो यूनानी शब्द से लिया गया है।
- हेली धूमकेतु Haley comet
- हेली धूमकेतु प्रमुख धूमकेतु है जो प्रत्येक 76 वर्ष बाद दिखाई देता है।इसे आखिरी बार 1986 ईस्वी में देखा गया था।
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