लेबनान (Lebanon)
लेबनान आधिकारिक रूप से लुबनॉन गणराज्य, पश्चिमी एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित एक देश है।
इसके उत्तर पूर्व में सीरिया और दक्षिण में इसराइल स्थित है, भूमध्य बेसिन और अरब के भीतरी भाग के बीच में सेतु बने इस देश का इतिहास समृद्ध और मिश्रित है। यह भूमि फ़ीनिसियनी की अति प्राचीन (2500 ईसा पूर्व-539 ईसा पूर्व) संस्कृति का स्थल थी। जहां से लेखन कला के विकास की कड़ी जुड़ी है। इसके बाद फारसी, यूनानी, रोमन, अरब और उस्मानी तुर्की के शासन में भी रही। इसी ऐतिहासिक वजह से देश की धार्मिक और जातीय विविधता इसकी अनूठी संस्कृतिक पहचान बनाती है। - राष्ट्रगान -लेबनानी राष्ट्रगान
- राजधानी -बेरुत
- राजभाषाएं -अरबी, फ्रांसीसी
- बोली जाने वाली भाषाएं -(अरबी/लेबनानी भाषा/फ्रांसीसी, अंग्रेजी)
- निवासी -लेबनानी
- सरकार - कन्फेशनलिस्ट, लोकतांत्रिक संसदीय गणराज्य
- राष्ट्रपति -मिशेल सुलेमान
- मुख्यमंत्री -साद हरीरी
- संसद के अध्यक्ष - नबी वेरी
- स्वतंत्रता फ्रांस से :-घोषणा 26november 1961
मान्यता 22November 1963- क्षेत्रफल (कुल) L O,452२(L 66th)
(जल%)1.4- मुद्रा -लेबनानी पाउंड (LBP)
- इंटरनेट tld -.lb
यहां 60% लोग मुस्लिम है, शिया और सुन्नी का लगभग एक समान हिस्सा है। और लगभग 38% ईसाई है।1943 में फ्रांस से स्वतंत्रता मिलने के बाद यहां एक प्रयुक्त चला था और 2006 में इस्राइल के साथ एक युद्ध। एक विशेष प्रकार की गणतांत्रिक सरकार का शासन है।
जिनमें राष्ट्रपति एक ईसाई होता है, प्रधानमंत्री सुन्नी मुस्लिम, निर्वाचित प्रतिनिधियों की सभा का अध्यक्ष एक शिया मुस्लिम और उपप्रधानमंत्री एक ग्रीक परंपरावादी धर्म का होता है।
अरबी यहां की सबसे बोली जाने वाली और संविधानिक भाषा है। 2500 ईसवी के आसपास की फ़ीनीक संस्कृति से शुरू होता है, जो सामुदायिक शक्ति थे। इन्होंने भूमध्य सागर में स्पेन और अफ्रीका के तटों पर अपने उपनिवेश बनाए थे। जिनमें आधुनिक लीबिया का कार्थेज सबसे प्रसिद्ध है।
इन जगहों पर फिनिशियन अपने व्यापार के सिलसिले में बसते भी गए। इन्होंने एक 24 अक्षरों की वर्णमाला बनाई,जो आधुनिक कई एशियाई और यूरोपीयन वर्णमालाओं की पूर्वज मानी जाती है। इसमें रोमन, ग्रीक, अरबी, हीब्रू और देवनागरी शामिल है। असीरियर तथा बेबीलॉक साम्राज्य के सहायक भी रहे पर इनका रिश्ता उतना समनजेपुर्ण नहीं था।
ईशा के 539 साल पहले जब दक्षिणी ईरान के फ्रांस के एक साम्राज्य के राजकुमार कूरोश (सारसस) ने आसीरिया के साम्राज्य को हराकर इस प्रदेश को जीतने के अभियान पर निकला तो फिनिशिया को जीतने के बाद इसे एक राज्य बना दिया गया।
इसके बाद इस पर फारसियों का शासन करीब 200 वर्षो तक रहा। परंतु पश्चिम में शक्तिशाली हो रहे मेसीडान के सिकंदर ने 331 ईसा पूर्व में से जीत लिया।
उसके मरने के बाद यह सेल्यूकस के प्रदेश का हिस्सा बना। रोमन ओने यूनानीयों को सन 24 ईसा पूर्व में हरा दिया। यह रोमन ओके शासनकाल में आ गया और अगले 6 सदियों तक रहा। इसी दौरान यहां ईसाई धर्म का प्रसार हुआ
*मुस्लिम शासन
अरबोन इस प्रदेश के ऊपर सातवीं सदी के उत्तरार्ध में ध्यान दिया जब उमय्यदो की राजधानी पूर्व में दमिश्क में बनी। मध्यकाल में लेबनान क्रूसेट युद्धों में लिप्त रहा।
सलाउद्दीन अयूबी ने जब 16वीं सदी में भूमध्य सागर के पूर्व तट पर कब्जा किया तो लेबनान भी सिस से लेकर कैस्पियन सागर तक फैले ऑटोमन उस्मानी साम्राज्य का अंग बना।
प्रथम विश्व युद्ध के बाद यह फ्रांस के शासन में आया। सन 1985-1990 तक यहां एक ग्रह युद्ध चला जिसका मुख्य कारण-फिलिस्तीन से आए शरणार्थी, अरब-इजरायल युद्ध ईरान की इस्लामिक क्रांति और धार्मिक टकराव थे।
लेबनान के प्रांत :-
लेबनान में छह प्रांत हैं। जिन्हें मुहाफजह (अंग्रेजी: governorate)इन प्रांतों का विवरण नीचे के विभाग दिए गया है इन प्रांतों को आगे जिले में विभाजित किया जाता है।
जिन्हें लेब्रोन में अरबी भाषा में "कजा"या"कदा' qada कहते हैं, जो स्वयं आगे नगरपालिकाओं में विभक्त है।
The province Centre Area
Beirut Beirut 19.4
Mount lebnon Great 1,945
North Tripoli 2,027.4
Beqaa District 4,629
Nabatieh Nabatiye 1,057
South Seida 2,000
इसके अलावा दो नए प्रांतों को बनाने की मंजूरी भी दे दी गई है। -: अक्कार प्रांत-जिसे उत्तर प्रांत के अक्कर जिले को अलग करके बनाया जाएगा।
-: बाल बेक -हेरमेल प्रांत -जिसे बेकआ प्रांत के बाल बेक जिले और हेरमेल जिले को अलग करके बनाया जाएगा।
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