कंप्यूटर: नेटवर्किंग एवं इंटरनेट
कंप्यूटर नेटवर्क आपस में जुड़े हुए कंप्यूटर का एक चाल है जो भौगोलिक रूप से अलग अलग रखे हुए होते हैं। कंप्यूटर नेटवर्किंग को उनकी दूरी के आधार पर दो तरीकों में वर्णन किया जा सकता है।
1) लोकल एरिया नेटवर्क (local area network)
एक कमरे, भवन, ऑफिस अथवा एक कैंप में स्थित कंप्यूटर नेटवर्क को लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) कहा जाता है। यह कंप्यूटर आपस में ट्विस्टेड (twisted) केबल या अन्य केबल द्वारा जुड़े होते हैं । इनमें 2 कंप्यूटरों के बीच की दूरी अधिक से अधिक 1 मील होती है।
2) वाइड एरिया नेटवर्क (wide area network)
वाइड एरिया नेटवर्क को साधारणत: वैन (WAN) कहते हैं ।इनमें दो कंप्यूटर के बल से नाक जुड़कर सेटेलाइट के माध्यम से जुड़े होते हैं।इनमें 2 कंप्यूटरों की दूरी किसी दो शहर राज्य या देश की दूरी हो सकती है। जिस साधारणत वायरलेस नेटवर्क भी कहते हैं।
इंटरनेट क्या है:-
नेटवर्किंग का प्रयोग सबसे पहले अमेरिका की सुरक्षा विभाग ने किया था। मैं अपने बेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए नेटवर्किंग का प्रयोग करते थे। लेकिन उनकी सीमाएं निर्धारित होती थी। तब उन्होंने और खोज की और इंटरनेट का प्रयोग प्रारंभ किया। इंटरनेट का अर्थ इंटरनेशनल नेटवर्किंग होता है।इंटरनेट देश-विदेश में रखे कंप्यूटरों का नेटवर्किंग है जो सेटेलाइट के माध्यम से जुड़े होते हैं ।
इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली (I.S.P.(internal service provider) अनेक कंपनियां होती है जो भुगतान करने पर प्रयोग करता को एक पासवर्ड (गुप्त कोड) देती है । कंप्यूटर को टेलीफोन लाइन पासवर्ड टाइप करने पर कंप्यूटर आई०एस०पी०से से जुड़ जाता है। जिससे हम इंटरनेट का प्रयोग कर सकते हैं।
1) वर्ल्ड वाइड वेब
यह सरवर का समूह होता है, जो हाईपरटेक्स के माध्यम से जुड़ा होता है।
वेबसाइट के द्वारा हम गीत, संगीत, नौकरी, एनिमेशन या अन्य जानकारी विस्तृत रूप में प्राप्त कर सकते हैं।
3) ब्राउज़र
ब्राउज़र एक ऐसा प्रोग्राम है जो उपभोक्ता एवं web-server क बीच संबंध स्थापित करता है। वेब ब्राउज़र के कारण ही हम वर्ल्ड वाइड वेब में स्थित वेब पेज को पढ़ने में सक्षम होते हैं। कंप्यूटर में कुछ प्रचलित वेब ब्राउज़र है। जैसे इंटरनेट एक्सप्लोरर, नेटस्कैप नेविगेटर आदि।
हॉट लिंक
हॉट लिंक में किसी वेबसाइट को सामान्य उपभोक्ता के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाता है और कुछ विशेष प्रकार के लोगों के लिए उसके प्रयोग की अनुमति होती है।
वर्ल्ड वाइड वेब में स्थित एक वेबसाइट को एक वेब एड्स दिए जाता है जिसे यू०आर०एल० कहां जाता है। इसे यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर (uniform resource locator) भी कहते हैं। जैसे:- http:www.yahoo.com किसी वर्ल्ड वाइड वेब का यू०आर०एल ०है। इसे वेबसाइट का पता भी कहते हैं।
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