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Indian Agriculture

भारत: कृषि

 रबी फसल:-
यह अक्टूबर-नवंबर में बोई जाती है तथा मार्च-अप्रैल में काटी जाती है। जैसे:-गेहूं, जो, चना, तिलहन इत्यादि।
खरीफ फसल:-
यह जून-जुलाई में बोई जाती है रात अक्टूबर में काटी जाती है। जैसे:-चावल, मक्का, कपास, ज्वार, गन्ना, बाजरा, तंबाकू, दाले इत्यादि।
जायद फसल:-
यह मार्च में बोई जाती है तथा मई-जून में काटी जाती है।जैसे:-ककड़ी, खीरा, तरबूज, इत्यादि।
नकदी फसल:-
यह वह फसल है जो व्यापार के उद्देश्य में किसानों द्वारा उगाई जाती है। जैसे कपास, गन्ना, जुट, तंबाकू इत्यादि।
 कुछ महत्वपूर्ण फसलें एवं उत्पादक राज्य:-
फसल।                 राज्य (घटते क्रम में)
चावल।              पश्चिम बंगाल, पंजाब, उत्तर प्रदेश,                                 आंध्र प्रदेश
गेहूं।                  उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा
मक्का।            मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक
बाजरा।           राजस्थान, गुजरात ,उत्तर प्रदेश
ज्वार।             महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश
गन्ना।                उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक
कपास।             गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश
जूट।                 पश्चिम बंगाल, बिहार, असम
तिलहन।             मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान
दलहन।            मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान
चाय।                असम, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश
कॉफी।             कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु
रबड़।             केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक
रेशम।             कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, असम।
तंबाकू।            गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक
आलू।             उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, असम
लौंग।              केरल, तमिलनाडु
काली मिर्च।      केरल, तमिल नाडु
लाल मिर्च।        तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश
सुपारी।           केरल, कर्नाटक, असम
हल्दी।             आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, तमिल नाडु
झूम (jhum) की खेती:-
यहअस्थिर प्रकार की कैसी है जो एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरित होती रहती है, असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, नागालैंड आदि पूर्वोत्तर राज्यों में यह कृषि प्रचलित है। इसमें जंगलों में आग लगा कर, पेड़ों को काट कर, भूमि साफ की जाती है। इसके बाद इस भूमि पर खेती की जाती है।
दो-तीन साल बाद यह भूमि त्याग दी जाती है और नई भूमि तैयार की जाती है। इस प्रकार एक के बाद एक बनो का सफाया होता रहता हैं।
यह खेती पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है क्योंकि जंगलों को समाप्त करने से  पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ जाता है।
झूम खेती विश्व के अन्य देशों में भी होती है जहां इसे अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है।
झूम खेती।                   देश
लाडांग (ladang)।     मलेशिया
चेंगिन (Chengin)।       फिलीपींस
मिलपा (milpa)।        मेक्सिको
कोनुको(konuko)।      वेनेजुएला
माजोले(masole)।     जायरे बेसिन
चेना (chena)।            श्रीलंका

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