विलयन (solution)
दो या दो से अधिक रासायनिक पदार्थों का समांग मिश्रण, विलयन कहलाता है।
इस समांग मिश्रण में जो पदार्थ घोला जाता है वह विलेय कहलाता है। तथा वे द्रव्य जिनम विलेय घोला ज्यादा है। वह विलायक कहलाता है।
विलयन बहुत स्थाई होते हैं तथा वास्तविक विलयन प्रकाश का प्रकरण नहीं करते ऐसे विलयन के करो को सूक्ष्मदर्शी द्वारा नहीं देखा जा सकता ,
जैसे: लवण विलयन, समुंद्र जल, शक्कर विलयन कॉपर सल्फेट का विलयन, सिरका आदि।
कोलाइडी विलियन में, विलेय के कण वास्तविक विलयनो के विलय के कणों से बड़े किंतु निलंबन के विलेय के कणों से छोटी होती है।
यह बहुत स्थाई होते हैं और यह अति सूक्ष्म दर्शी द्वारा देखे जा सकते हैं।
कोलाइडी विलियन प्रकाश किरण के प्रकीर्णन कर देते हैं।
कोलाइडी विलियन प्रवृत्ति में मांग होते हैं यह अरुण संख्यक गुण प्रदर्शित करते हैं। जैसे ब्राउनी गति, विद्युत कण संचलन, टिंडल प्रभाव आदि।
पायस(Emulsifier)
ऐसे कोलाइडी विलयन जिनमें परीक्षा पर मध्यम तथा व्यवस्था द्रव्य होते हैं:-पायस कहलाते हैं:-दूध, कॉड लिवर तेल आदि।
*तेल में जल पायस:-जैसे: दूध, वैनिशिंग क्रीम आदि।
*जल में तेल पायस:-जैसे:-कोल्ड क्रीम, कॉड लिवर तेल आदि ।
ऐसे कोलाइडी विलियन, जिनमें परिक्षेपण माध्यम ठोस किंतु परीक्षित प्रावस्था द्रव्य होती है, जेल कहलाती है।
मखन, पनीर जेल का उदाहरण है।
कुहासे में जल के कण वायु में परीक्षित होते हैं।
दोहे में कार्बन के ऋण आवेशित कण वायु में परीक्षिप्त होते हैं।
वह विलयन सोल होते हैं जिनमें परिक्षेपण माध्यम द्वारा तथा परीक्षिप्त प्रावस्था गैस होती है। जैसे अल्कोहल, अरंडी का तेल आदि।
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